बिहार का नक्शा

बिहार भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राज्य है। यह 94,163 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां की जनसंख्या 10.4 करोड़ (2011 की जनगणना के अनुसार) है। बिहार में कुल 38 जिले हैं, जिनमें पटना राज्य की राजधानी है। यह राज्य गंगा नदी से समृद्ध है और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था का केंद्र है। बिहार के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में नालंदा और बोधगया शामिल हैं, जो बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण केंद्र हैं।

बिहार का नक्शा

बिहार का नक्शा के बारे में

38 जिलों, जिला मुख्यालयों और राज्य की राजधानी को दर्शाने वाले Bihar map in Hindi देखें।



बिहार के सभी तथ्यों की सूची

तथ्य विवरण
राज्य का नाम बिहार
राजधानी पटना
कुल क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या 10.4 करोड़ (2011 की जनगणना)
जनसंख्या घनत्व 1,106 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
साक्षरता दर 61.8%
राजकीय भाषा हिंदी
अन्य भाषाएँ मैथिली, भोजपुरी, मगही, अंगिका
जिलों की संख्या 38
मुख्य नदियाँ गंगा, कोसी, गंडक, सोन, बागमती
प्रमुख फसलें धान, गेहूं, मक्का, गन्ना
प्रसिद्ध स्थान बोधगया, नालंदा, राजगीर, वैशाली, पटना साहिब
वन क्षेत्र 6.87%
धार्मिक जनसंख्या 82.7% हिंदू, 16.9% मुस्लिम, अन्य धर्म
प्रमुख उद्योग रेशम उत्पादन, चीनी मिलें, खाद्य प्रसंस्करण
राष्ट्रीय उद्यान वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान
राजकीय पक्षी गौरैया
राजकीय पशु गौरी गाय
राजकीय फूल गेंदा
राजकीय वृक्ष पीपल
मुख्य त्योहार छठ पूजा, दशहरा, दिवाली
पर्यटन स्थल महाबोधि मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय, पटना संग्रहालय
प्रमुख व्यक्ति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण, शेरशाह सूरी


बिहार के सभी जिलों की सूची

क्रम संख्या जिले का नाम मुख्यालय क्षेत्रफल (वर्ग किमी) जनसंख्या (2011 की जनगणना) प्रमुख भाषा
1 अररिया अररिया 2,830 28,11,569 हिंदी, मैथिली
2 अरवल अरवल 639 7,00,843 हिंदी, मगही
3 औरंगाबाद औरंगाबाद 3,389 25,40,073 हिंदी, मगही
4 बांका बांका 3,019 20,29,339 हिंदी, अंगिका
5 बेगूसराय बेगूसराय 1,918 29,70,541 हिंदी, मैथिली
6 भागलपुर भागलपुर 2,569 30,37,766 हिंदी, अंगिका
7 भोजपुर आरा 2,474 27,21,136 हिंदी, भोजपुरी
8 बक्सर बक्सर 1,624 17,06,352 हिंदी, भोजपुरी
9 दरभंगा दरभंगा 2,279 39,37,385 हिंदी, मैथिली
10 पूर्वी चंपारण मोतिहारी 3,969 50,99,371 हिंदी, भोजपुरी
11 गया गया 4,976 43,91,418 हिंदी, मगही
12 गोपालगंज गोपालगंज 2,033 25,62,012 हिंदी, भोजपुरी
13 जमुई जमुई 3,098 17,60,405 हिंदी, अंगिका
14 जहानाबाद जहानाबाद 932 11,25,313 हिंदी, मगही
15 कैमूर भभुआ 3,336 16,26,384 हिंदी, भोजपुरी
16 कटिहार कटिहार 3,057 30,67,989 हिंदी, मैथिली
17 खगड़िया खगड़िया 1,486 16,66,886 हिंदी, मैथिली
18 किशनगंज किशनगंज 1,884 16,90,948 हिंदी, मैथिली
19 लखीसराय लखीसराय 1,229 10,00,912 हिंदी, मगही
20 मधेपुरा मधेपुरा 1,788 19,99,297 हिंदी, मैथिली
21 मधुबनी मधुबनी 3,501 44,87,379 हिंदी, मैथिली
22 मुंगेर मुंगेर 1,419 13,67,765 हिंदी, अंगिका
23 मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर 3,172 48,01,062 हिंदी, मैथिली
24 नालंदा बिहारशरीफ 2,355 28,79,210 हिंदी, मगही
25 नवादा नवादा 2,492 22,19,146 हिंदी, मगही
26 पश्चिमी चंपारण बेतिया 5,228 39,37,731 हिंदी, भोजपुरी
27 पटना पटना 3,202 58,38,465 हिंदी, मगही
28 पूर्णिया पूर्णिया 3,229 32,64,619 हिंदी, मैथिली
29 रोहतास सासाराम 3,852 29,59,918 हिंदी, भोजपुरी
30 सहरसा सहरसा 1,681 19,00,661 हिंदी, मैथिली
31 समस्तीपुर समस्तीपुर 2,904 42,61,566 हिंदी, मैथिली
32 शेखपुरा शेखपुरा 689 6,34,927 हिंदी, मगही
33 शिवहर शिवहर 443 6,56,246 हिंदी, मैथिली
34 सीतामढ़ी सीतामढ़ी 2,294 34,23,574 हिंदी, मैथिली
35 सुपौल सुपौल 2,410 22,23,701 हिंदी, मैथिली
36 वैशाली हाजीपुर 2,036 34,95,021 हिंदी, भोजपुरी
37 सारण छपरा 2,641 39,51,862 हिंदी, भोजपुरी
38 सीवान सीवान 2,219 33,31,566 हिंदी, भोजपुरी


बिहार



भौगोलिक स्थिति और क्षेत्रफल

बिहार भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित है और इसका कुल क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है। यह उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, दक्षिण में झारखंड और पश्चिम में उत्तर प्रदेश से घिरा हुआ है। गंगा नदी राज्य के मध्य से बहती है, जो इसे उपजाऊ बनाती है।




जनसंख्या और जनसांख्यिकी

2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार की जनसंख्या 10.4 करोड़ है, जो इसे भारत का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बनाती है। राज्य की औसत साक्षरता दर 61.8% है, जिसमें पुरुष साक्षरता 71.2% और महिला साक्षरता 51.5% है।




प्रशासनिक संरचना



जिले और मुख्यालय

बिहार में कुल 38 जिले हैं। राज्य की राजधानी पटना है, जो प्रशासनिक और व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र है। अन्य प्रमुख जिलों में गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और दरभंगा शामिल हैं।




अर्थव्यवस्था



कृषि

बिहार की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। राज्य में धान, गेहूं, मक्का, गन्ना और दलहन की खेती प्रमुख है। कृषि में 70% से अधिक जनसंख्या संलग्न है।




औद्योगिक विकास

राज्य में पारंपरिक उद्योग जैसे हस्तशिल्प, रेशम और चीनी उद्योग प्रमुख हैं। हाल के वर्षों में औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए कई नीतियां बनाई गई हैं।




संस्कृति और विरासत



ऐतिहासिक स्थल

बिहार में नालंदा, बोधगया और वैशाली जैसे ऐतिहासिक स्थल हैं, जो इसे भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र बनाते हैं। बोधगया बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थल है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था।




भाषा और साहित्य

बिहार की प्रमुख भाषाएं हिंदी, मैथिली, भोजपुरी, मगही और अंगिका हैं। राज्य का साहित्यिक योगदान भी समृद्ध है, जिसमें विद्यापति और भिखारी ठाकुर जैसे महान कवि शामिल हैं।




शिक्षा

बिहार में नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय प्राचीन काल के प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र थे। वर्तमान में, राज्य में पटना विश्वविद्यालय और नालंदा विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं।




पर्यटन

बिहार में धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल प्रचुर मात्रा में हैं। बोधगया, नालंदा, राजगीर, पावापुरी और पटना साहिब गुरुद्वारा प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।




परिवहन

बिहार में सड़क, रेल और हवाई यातायात का अच्छा नेटवर्क है। पटना में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रमुख हवाई अड्डा है। राज्य की कुल सड़क लंबाई 2,44,000 किलोमीटर है।




बिहार का इतिहास



प्राचीन बिहार



वैदिक काल

बिहार का इतिहास वैदिक काल से जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र को पहले मगध, वज्जि, और मिथिला के रूप में जाना जाता था। वैदिक साहित्य में इस क्षेत्र का उल्लेख मिलता है। मिथिला विदेह राज्य का केंद्र था, जिसे जनक के शासनकाल में धार्मिक और सांस्कृतिक उन्नति प्राप्त हुई।




महाजनपद काल

छठी शताब्दी ईसा पूर्व में बिहार 16 महाजनपदों में से एक था। मगध राज्य, जिसकी राजधानी पहले राजगीर और बाद में पाटलिपुत्र थी, भारत के सबसे शक्तिशाली राज्यों में से एक था। इस समय गौतम बुद्ध ने बौद्ध धर्म की स्थापना की, और महावीर ने जैन धर्म को प्रचारित किया।




मौर्य और गुप्त साम्राज्य



मौर्य साम्राज्य

चंद्रगुप्त मौर्य ने 321 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की, जिसकी राजधानी पाटलिपुत्र थी। उनके शासनकाल में बिहार राजनीतिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बना। सम्राट अशोक, जिन्हें बौद्ध धर्म के महान संरक्षक के रूप में जाना जाता है, ने भी इसी साम्राज्य में शासन किया।




गुप्त साम्राज्य

गुप्त साम्राज्य (चौथी से छठी शताब्दी) को भारत का सुवर्ण युग कहा जाता है। इस समय पाटलिपुत्र विद्या, कला और विज्ञान का केंद्र था। आर्यभट्ट और वराहमिहिर जैसे विद्वान इसी काल में सक्रिय थे।




मध्यकालीन बिहार



पाल और सेन वंश

पाल वंश (8वीं से 12वीं शताब्दी) ने बिहार पर लंबे समय तक शासन किया। पाल राजाओं ने नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालयों को संरक्षण दिया। इसके बाद सेन वंश ने इस क्षेत्र पर शासन किया।




दिल्ली सल्तनत और मुगल काल

12वीं शताब्दी के अंत में बिहार दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बन गया। मुगल काल में बिहार ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शेरशाह सूरी, जिन्होंने भारत में आधुनिक प्रशासन प्रणाली की नींव रखी, सासाराम के रहने वाले थे।




आधुनिक बिहार



ब्रिटिश काल

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में बिहार के वीरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुंवर सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानी का योगदान अमूल्य था। ब्रिटिश शासन के दौरान बिहार बंगाल प्रेसीडेंसी का हिस्सा था, लेकिन 1912 में इसे एक स्वतंत्र प्रांत के रूप में स्थापित किया गया।




स्वतंत्रता संग्राम

बिहार महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह (1917) का केंद्र था, जो भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। जयप्रकाश नारायण और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे नेता इसी भूमि से थे।




स्वतंत्र भारत में बिहार



विभाजन और वर्तमान स्थिति

2000 में बिहार का विभाजन हुआ, और झारखंड एक अलग राज्य बना। वर्तमान में, बिहार 38 जिलों और 10.4 करोड़ की जनसंख्या के साथ भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। यह कृषि, सांस्कृतिक विरासत, और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।




संस्कृति और विरासत

बिहार का इतिहास इसकी समृद्ध संस्कृति में झलकता है। बौद्ध, जैन, और हिंदू धर्म की जड़ें इसी राज्य से जुड़ी हैं। नालंदा और विक्रमशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों ने इसे शिक्षा का केंद्र बनाया।




बिहार का भूगोल



भौगोलिक स्थिति और क्षेत्रफल

बिहार भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक प्रमुख राज्य है। यह 94,163 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 2.86% है। बिहार उत्तर में नेपाल, दक्षिण में झारखंड, पूर्व में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में उत्तर प्रदेश से घिरा हुआ है। राज्य का अक्षांश और देशांतर 24°20' से 27°31' उत्तरी अक्षांश और 83°19' से 88°17' पूर्वी देशांतर के बीच स्थित है।




जलवायु



गर्मी का मौसम

बिहार में गर्मी का मौसम मार्च से जून तक रहता है। इस दौरान तापमान 35°C से 45°C के बीच रहता है। मई और जून के महीने सबसे गर्म होते हैं।




मानसून

बिहार में मानसून जुलाई से सितंबर तक सक्रिय रहता है। राज्य में औसत वार्षिक वर्षा 1,000 से 1,500 मिमी होती है। गंगा नदी के मैदानी क्षेत्र में मानसून के दौरान पर्याप्त वर्षा होती है।




सर्दी का मौसम

सर्दी का मौसम नवंबर से फरवरी तक रहता है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 5°C से 10°C तक गिर जाता है। जनवरी का महीना सबसे ठंडा होता है।




भौतिक संरचना



गंगा के मैदान

बिहार का अधिकांश हिस्सा गंगा के उपजाऊ मैदान में स्थित है। गंगा नदी राज्य को दो भागों में विभाजित करती है। उत्तरी भाग हिमालय के तलहटी क्षेत्र से प्रभावित है, जबकि दक्षिणी भाग विंध्य पर्वत शृंखला के करीब है।




मुख्य नदियाँ

गंगा बिहार की सबसे प्रमुख नदी है, जो राज्य के मध्य से बहती है। इसकी सहायक नदियाँ कोसी, गंडक, सोन, पुनपुन और बागमती हैं। कोसी नदी को \"बिहार का शोक\" भी कहा जाता है, क्योंकि यह हर साल बाढ़ लाती है।




मिट्टी और कृषि



मिट्टी के प्रकार

बिहार में मुख्य रूप से जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है, जो कृषि के लिए अत्यंत उपयुक्त है। इसके अलावा, उत्तरी क्षेत्र में हल्की और बलुई मिट्टी पाई जाती है।




कृषि उत्पाद

बिहार की प्रमुख फसलें धान, गेहूं, मक्का और गन्ना हैं। राज्य का 80% से अधिक जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। यहां की उपजाऊ भूमि भारत में खाद्यान्न उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देती है।




वन और वन्यजीव



वन क्षेत्र

बिहार का लगभग 6.87% क्षेत्र वनाच्छादित है। प्रमुख वन क्षेत्रों में वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान और भीमबांध अभयारण्य शामिल हैं।




वन्यजीव

बिहार के जंगलों में बाघ, हाथी, चीतल, नीलगाय और विभिन्न पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं। वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान बाघों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।




प्राकृतिक आपदाएँ



बाढ़

कोसी और गंडक जैसी नदियों के कारण हर साल बिहार में बाढ़ आती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होता है।




भूकंप

बिहार भूकंप प्रभावित क्षेत्र में स्थित है। 1934 का बिहार-नेपाल भूकंप राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी आपदाओं में से एक है।




जनसंख्या और जनसांख्यिकी

2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार की जनसंख्या 10.4 करोड़ है, जो इसे भारत का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बनाती है। राज्य की जनसंख्या घनत्व 1,106 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।




बिहार की अर्थव्यवस्था



परिचय

बिहार भारत के प्रमुख कृषि आधारित राज्यों में से एक है। इसकी अर्थव्यवस्था में कृषि, सेवा क्षेत्र और उद्योगों का योगदान महत्वपूर्ण है। 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, बिहार की सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) ₹7.97 लाख करोड़ थी, जो इसे भारत के तेजी से बढ़ते राज्यों में से एक बनाती है।




कृषि और संबंधित क्षेत्र



कृषि का योगदान

बिहार की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान लगभग 25% है। राज्य की 80% जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। मुख्य फसलें धान, गेहूं, मक्का, गन्ना और दलहन हैं। राज्य में उत्पादित मखाना और लीची भारत के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय हैं।




कृषि उत्पादन

2021-22 के दौरान, बिहार ने 1.61 करोड़ टन धान और 61 लाख टन गेहूं का उत्पादन किया। गन्ना उत्पादन 1.36 करोड़ टन रहा, जो राज्य की चीनी मिलों का आधार है।




कृषि विकास योजनाएँ

राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे जीविका और कृषि रोडमैप जैसे कार्यक्रमों ने किसानों की आय बढ़ाने में मदद की है।




उद्योग और विनिर्माण



पारंपरिक उद्योग

बिहार के पारंपरिक उद्योगों में हथकरघा, रेशम उत्पादन और मिट्टी के बर्तन शामिल हैं। भागलपुर का सिल्क उद्योग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है।




उभरते उद्योग

हाल के वर्षों में खाद्य प्रसंस्करण, बिजली उत्पादन और सीमेंट निर्माण जैसे क्षेत्रों में विकास देखा गया है। 2022 में बिहार ने 1,800 मेगावाट बिजली उत्पादन किया।




औद्योगिक नीतियाँ

बिहार सरकार ने औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति लागू की है, जिसके तहत राज्य में निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है।




सेवा क्षेत्र



सेवा क्षेत्र का विस्तार

सेवा क्षेत्र बिहार की अर्थव्यवस्था में 55% का योगदान करता है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग और पर्यटन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। पटना राज्य का सेवा क्षेत्र का मुख्य केंद्र है।




शिक्षा और स्वास्थ्य

बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। 2021-22 में राज्य का शिक्षा बजट ₹38,035 करोड़ था, जबकि स्वास्थ्य क्षेत्र पर ₹15,937 करोड़ खर्च किए गए।




पर्यटन

पर्यटन से भी राज्य की आय में वृद्धि हो रही है। बोधगया, नालंदा और राजगीर जैसे स्थल अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।




राजस्व और वित्त



राजस्व संग्रह

बिहार का कुल राजस्व संग्रह 2021-22 में ₹1.21 लाख करोड़ था। इसमें GST, उत्पाद शुल्क और अन्य करों का बड़ा योगदान है।




राज्य सरकार की योजनाएँ

बिहार सरकार ने हर घर नल का जल, कुशल युवा कार्यक्रम और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसी योजनाओं पर निवेश बढ़ाया है।




चुनौतियाँ और संभावनाएँ



चुनौतियाँ

बिहार को बाढ़, बेरोजगारी और औद्योगिक विकास की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।




संभावनाएँ

राज्य की उपजाऊ भूमि, बड़ी जनसंख्या और पर्यटन स्थलों को ध्यान में रखते हुए, बिहार में आर्थिक विकास की अपार संभावनाएँ हैं।




बिहार की जनसांख्यिकी



परिचय

बिहार भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्यों में से एक है। यह राज्य अपने सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है। 2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार की जनसंख्या 10.4 करोड़ थी, जो इसे भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य बनाती है।




जनसंख्या वितरण



कुल जनसंख्या

2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार की कुल जनसंख्या 10,38,04,637 है, जिसमें 54,278,157 पुरुष और 48,526,480 महिलाएँ शामिल हैं।




ग्रामीण और शहरी जनसंख्या

बिहार में लगभग 89% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है, जबकि शहरी क्षेत्रों में केवल 11% जनसंख्या निवास करती है। राज्य का मुख्य शहरी केंद्र पटना है।




जनसंख्या घनत्व

बिहार का जनसंख्या घनत्व 1,106 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है। यह उच्च जनसंख्या घनत्व राज्य के संसाधनों पर दबाव डालता है।




लिंग अनुपात

बिहार का लिंग अनुपात 918 महिलाएँ प्रति 1,000 पुरुष है। यह आंकड़ा राष्ट्रीय औसत 940 से कम है। हाल के वर्षों में महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए कई योजनाएँ चलाई गई हैं।




साक्षरता दर



कुल साक्षरता

बिहार की कुल साक्षरता दर 61.8% है। इसमें पुरुष साक्षरता दर 71.2% और महिला साक्षरता दर 51.5% है। राज्य की साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत 74.04% से कम है।




शहरी और ग्रामीण साक्षरता

शहरी क्षेत्रों में साक्षरता दर अधिक है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर अपेक्षाकृत कम है। पटना, गया और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में साक्षरता का स्तर बेहतर है।




भाषाएँ

बिहार में हिंदी राज्य की आधिकारिक भाषा है। इसके अलावा, मैथिली, भोजपुरी, मगही, और अंगिका जैसी भाषाएँ व्यापक रूप से बोली जाती हैं। मैथिली को 2003 में संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया था।




धार्मिक जनसांख्यिकी

बिहार धार्मिक दृष्टि से विविध राज्य है। यहाँ 82.7% लोग हिंदू धर्म का पालन करते हैं, जबकि 16.9% मुस्लिम हैं। इसके अलावा, राज्य में जैन, बौद्ध और सिख समुदाय भी निवास करते हैं। बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थल बोधगया बिहार में स्थित है।




आर्थिक जनसांख्यिकी



कर्मकार और मजदूर

राज्य की कुल जनसंख्या में से लगभग 33% लोग कृषि क्षेत्र में कार्यरत हैं। इसके अलावा, 18% लोग असंगठित क्षेत्र में मजदूरी करते हैं।




गरीबी दर

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, बिहार की गरीबी दर लगभग 33.74% है, जो राष्ट्रीय औसत 21.92% से अधिक है।




जातिगत संरचना

बिहार की जनसंख्या जातिगत दृष्टि से विविध है। यहाँ मुख्य रूप से अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लोग निवास करते हैं। अनुसूचित जाति राज्य की जनसंख्या का 15.9% हिस्सा बनाती है।




चुनौतियाँ और संभावनाएँ



चुनौतियाँ

उच्च जनसंख्या घनत्व और निम्न साक्षरता दर बिहार के विकास के सामने प्रमुख बाधाएँ हैं। साथ ही, गरीबी और महिलाओं के प्रति भेदभाव भी बड़ी चुनौतियाँ हैं।




संभावनाएँ

राज्य में युवाओं की बड़ी जनसंख्या और सांस्कृतिक विविधता विकास के लिए महत्वपूर्ण संसाधन हैं। सरकार द्वारा शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।